Friday 22 May 2020

विभिन्नता में एकता- हिंदी निबंध

                             विभिन्नता में एकता।                                              विभिन्नता में एकता इन शब्दों पर खरा उतरता भारत देश के अलावा शायद ही कोई देश होगा। विभिन्न जहां की भाषा बोली, विभिन्न जहां का पहनावा, उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम तक "हम सब एक हैं"  यही गूंजता रहता है नारा। सच में हमारे देश भारत जितना विभिन्न शायद ही कोई देश हो।  हमारा खाना, हमारे रीति रिवाज, हमारा रहन सहन, हमारी संस्कृति सभी अलग है। चारों दिशाओं में पहला हमारा देश कहीं ढोल नगाड़े सुनता है तो कहीं शहनाइयां, कहीं अजान तो कहीं मंदिर की घंटियां, कहीं गीता के श्लोक तो कहीं गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ। इतनी भिन्नता के बावजूद हमारी एकता प्रबल है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो, चंद्रयान का लांच हो या सीमा पर तैनात हमारे वीर जवानों का सर्जिकल अटैक हो, सभी सफलताओं में हमसर फक्र से उठाकर सिर्फ और सिर्फ अपने भारतीय होने पर ही गर्व करते हैं। विभिन्नता भले ही अगणित हो पर सभी भारत वासियों का ह्रदय अपनी मातृभूमि पर न्योछावर होने के लिए हमेशा तैयार रहता है " विभिन्नता में एकता" का प्रतीक सही मायनी में हमारा भारत देश है। जय हिंद। धन्यवाद

No comments:

Post a Comment